महाशिवरात्रि हिंदुओं का प्रमुख त्योहार माना जाता है, हिंदू कैलेंडर के फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को शिवरात्रि का उत्सव मनाया जाता है। इस दिन रुद्राभिषेक का महत्व माना जाता है और इस दिन भगवान शिव के पूजन से सभी रोग और शारीरिक दोष समाप्त हो जाते हैं। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार ये पर्व जनवरी या फरवरी के माह में आता है, इस वर्ष 14 फरवरी 2018 को महाशिवरात्रि का पर्व पूरे देश में शिव भक्तों द्वारा उल्लास के साथ मनाया जाएगा। पौराणिक मान्यता के अनुसार माता पार्वती ने भगवान शिव से पूछा था कि आप किस वस्तु से सबसे ज्यादा प्रसन्न होते हैं तो भगवान शिव ने कहा था कि जो भक्त उनके लिए श्रद्धाभाव से व्रत करता है उनसे वो सबसे अधिक प्रसन्न होते हैं। शिवपुराण के अनुसार शिव का अभिषेक गंगाजल या दूध से किया जाता है और व्रत करके उन्हें प्रसन्न किया जा सकता है।
महाशिवरात्रि का शुभ मुहूर्त 13 फरवरी की आधी रात से शुरु होकर 14 फरवरी तक रहेगा। इस दिन भगवान शिव का पूजन सुबह 7 बजकर 30 मिनट से शुरु होकर दोपहर 3 बजकर 20 मिनट तक किया जाएगा। रात्रि के समय भगवान शिव का पूजन एक से चार बार तक किया जाता है। पारंपरिक विधि से पूजा करने के बाद सुबह स्नान करने के पश्चात व्रत पूर्ण किया जाता है। शिवरात्रि के दिन उपवास रखकर भगवान शिव को प्रसन्न किया जाता है। व्रत वाले दिन भक्त सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद शिव मंदिर में शिवलिंग का पूजन किया जाता है।
शिवरात्रि 2018 पूजा मुहूर्त और व्रत विधि: जानिए महाशिवरात्रि पर कैसे करें पूजन तो शिव होंगे प्रसन्न
महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की मूर्तियों का अभिषेक किया जाता है, यह अभिषेक दूध, गुलाब जल, चंदन, दही, शहद, चीनी और पानी जैसी सामग्रियों से किया जाता है। इसके साथ भगवान शिव को बेलपत्र का फल और धतुरा अर्पित किया जाता है। शिवरात्रि के दिन व्रत करने वाले लोगों को जूस और फलों के अलावा किसी का सेवन नहीं करते हैं। रात्रि में पूजन करने से पहले शाम के समय भोजन करते हैं। महाशिवरात्रि का व्रत करके भगवान शिव को प्रसन्न किया जाता है और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है।